मुखौटा चाहे जितना भी लगा लें, अपनी शख्सियत कहाँ छिपा पाते हैं लोग, लाख कोशिश करे ज़ाहिर ना करने की, असलियत अपनी दिखा देते हैं लोग, मुस्कुराते रहते हैं सदा, आँसू अपने अंदर दबा नहीं पाते फ़िर भी वो, खुशियों का नाकाब ओढ़कर, अपने दुखों को आखिर बयां कर ही देते हैं लोग.... लेखन संगी #rztask281 #restzone #rzलेखकसमूह #manishapatel #YourQuoteAndMine Collaborating with Manisha Patel