मसरूफ़ है वो आज के अपनो में, न तुम याद करना, न मैं। माफी! अगर याद भी आया कभी सपनो में। मसरूफ़ है वो आज के अपनो में, न तुम याद करना, न मैं। #no#you#yours#hindisayari#hindipoetry#nojoto