White गिरवी रखीं हैं साँसे ,कुछ उधार तो मिले। जिंदगी की बस हल्की सी ,फुहार तो मिले। जिंदगी की डोर बंध गयी है अब सिलिंडर से, मरीज को उसके हिस्से की बयार तो मिले। ©Adil Khan # just shayri#