पर तेरे बिना जीना नहीं आया झूठा हसना, झूठा सोना,दर्द झुपाना तेरे बातो पर नफरत करना नहीं आया नगमे पुराने, यादें सताने दिल में चले आते है उन ख्वाबों को मिटाना नहीं आया तूझे जख्म मानना नहीं आया तेरे बिन राते बिताना नहीं आया सब कुछ सीख लिया पर तेरे बिन जीना नहीं आया Zina nahi aaya