बचपन और जिम्मेदारी अपने बचपन जीने से पहले ही वो बड़ा हो गया था शायद घर की जिम्मेदारियों ने उसे मजबूर किया था खिलौने खेलने की उम्र में वो खिलौने बेचने लगा था अपनी उम्र से ज्यादा बड़ी उम्र वो जीने लगा था सपने देखने की उम्र में,वो अपने छोटे भाई बहनों के सपने पूरे करने की कोशिश कर रहा था,.... उस छोटे से ढाबे में,मैंने छोटू को बड़ा बनते देखा था... अपनी जिम्मेदारियों से लड़ते देखा था...... #childlabour#जिम्मेदारी#मजबूरी#nojoto#nojotoहिंदी