_हार कर गर्दिश से चश्मे-तर न होता आदमी, _तो समंदर में खरा गौहर न होता आदमी__! _इल्म होता ग़र उसे इख़लास और ईमान का, _मज़हबों के नाम पर कट्टर न होता आदमी__! ©Priya Singh #Love #Pain #alone #ehsaas #khayal #yad #Seccessful #duniya #Yaad #sayri