नजर अंदाज करने का हुनर हमको सिखा देना! मोहब्बत की सज़ा क्या है? खुदा! हमको बता देना! खुदा! क्या प्यार के काबिल नहीं, दिल बदनसीबों का? हम अश्कों के समंदर में पड़े, तुम भी डुबा देना! तुम्हारे हाथ मर जाएं, नसीब-ए-यार क़िस्मत है! अरे तुम मुस्कुराकर हमनशीं को अलविदा देना! तुम्हारी मुस्कराहट से अजी अब डूबना आसां! मोहब्बत में मोहब्बत से सनम हमको भुला देना! #संवेदिता ©Rupam"संवेदिता" #samvedita #BasEkSoch #truefeelings🤝 #feelWithHeart