White तू ही तू हर जगह नज़र आने लगा, क्या मेरी तरह तू भी मुझे चाहने लगा..! ज़िन्दगी की किताब में खिताब सी तू शामिल है, मेरी ख़्वाहिशों की फेहरिस्त में तेरा नाम रुलाने लगा..! किस हाल में गुज़रे दिन कैसे कैसे कटी रातें, तेरी आरज़ू में सब कुछ मैं पागलों की तरह भुलाने लगा..! चाँद को समझ कर तेरी ख़ूबसूरत बाँहें, तेरे ख़्वाबों में ख़ुद को सुलाने लगा..! देख कर हसीं लम्हें संग यूँ भविष्य के, मैं भीतरी मन में मंद मंद मुस्कुराने लगा..! उदासियों के बादल छँट गए तेरे आने से, सूरज की चकाचौंध सा जीवन मैं खुशियों से सजाने लगा..! ©SHIVA KANT(Shayar) #love_shayari #tuhituharjagah