Nojoto: Largest Storytelling Platform

भर कर प्रेम प्रीत की झोली चंग बजात

भर कर प्रेम प्रीत की झोली 
               चंग बजाती होली, 
जाति भेद से परे रंगों की, 
              लेकर के रंगोली। 
फाग उड़ाती, रंग लुटाती 
            करती हँसी  ठिठोली, 
टेसू के सुमनों से सजी, 
            अल्हड़ सी थोड़ी  भोली।
थिरक रही संग पवन बसंती 
             के बंजारन होली 
घर आंगन में महक रही
          खुशबू भी भीनी भीनी। 
गुझिया मेवे लेकर आई 
             मस्तानों की टोली  
बुरा न मानो होली  की
            बोली ने मिश्री घोली  
ख़ाक बुराई जगह की करने 
            आई अलबेली होली।
सुनीता बिश्नोलिया © #Happy Holi #होली  #Satyaprem #Mukesh Poonia #Jyoti yadav #Jatin Aswal malhi061
भर कर प्रेम प्रीत की झोली 
               चंग बजाती होली, 
जाति भेद से परे रंगों की, 
              लेकर के रंगोली। 
फाग उड़ाती, रंग लुटाती 
            करती हँसी  ठिठोली, 
टेसू के सुमनों से सजी, 
            अल्हड़ सी थोड़ी  भोली।
थिरक रही संग पवन बसंती 
             के बंजारन होली 
घर आंगन में महक रही
          खुशबू भी भीनी भीनी। 
गुझिया मेवे लेकर आई 
             मस्तानों की टोली  
बुरा न मानो होली  की
            बोली ने मिश्री घोली  
ख़ाक बुराई जगह की करने 
            आई अलबेली होली।
सुनीता बिश्नोलिया © #Happy Holi #होली  #Satyaprem #Mukesh Poonia #Jyoti yadav #Jatin Aswal malhi061