Naked truth...side effect of ahinsa (Nonviolence) for hindi lovers मैने एक मजाक सुना है। मैंने सुना है, एक युवक एक युवती से प्रेम करता था और उसके प्रेम में दीवाना था, लेकिन इतना कमजोर था कि हिम्मत भी नहीं जुटा पाता था कि विवाह करके उस लड़की को घर ले आये, क्योंकि लड़की का बाप राजी नहीं था। फिर किसी समझदार ज्ञानी ने उसे सलाह दी कि अहिंसात्मक सत्याग्रह क्यो नही करता? कमजोर कायर, वह डरता था उसको यह बात जंच गयी। कायरो को अहिंसा की बात एकदम जंच जाती है_ इसलिए नही की अहिंसा ठीक है, बल्कि कायर इतने कमजोर होते हैं कि कुछ और नही कर सकते। गांधीजी की अहिंसा का जो प्रभाव इस देश पर पड़ा वह इसलिए नही की लोगों को अहिंसा ठीक मालूम पड़ी। लोग हजारों साल के कायर है और कायरो को यह बात समझ में पड़ गई कि ठीक है, इसमे मरने मारने का डर नही हम आगे जा सकते हैं।