चेहरे पे चेहरा , चेहरे पे पहने सबने जाने कितने नक़ाब है, आंखो में मासुमियत और दिल में सबके बैठा एक घिनौना शैतान है। कौन है अपना , कौन है धोखा ; फरेबियों की इस बस्ती में कैसे करूं किसी भी पर भी मैं भरोसा ?। जब भी पूछा मैंने किसी से भी ये सवाल , जवाब मैंने हमेशा यही है पाया , इस दुनिया का यही उसूल और अब यही है निज़ाम , नेक और सच्चा जैसा इंसान सिर्फ किस्से , कहानियों और किताबों में ही है मिलता , हक़ीकत में तो इस बस्ती में बस शैतानो का ही रहता है बसेरा । निज़ाम : नियम/कायदा/तौर-तरीका #MereMidnightKhayal #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #Asha!