Nojoto: Largest Storytelling Platform

सामने कुछ और पीठ पीछे कुछ और कहते हैं। दिल से निकल

सामने कुछ और पीठ पीछे कुछ और कहते हैं।
दिल से निकले अब दिमाग में क्यों रहते हैं ।।
कसूर अपना था एतबार किया इन पर  ।
दुश्मन जैसे दोस्त खुद को जाने क्या समझते हैं।। #friendship_and_enemy
सामने कुछ और पीठ पीछे कुछ और कहते हैं।
दिल से निकले अब दिमाग में क्यों रहते हैं ।।
कसूर अपना था एतबार किया इन पर  ।
दुश्मन जैसे दोस्त खुद को जाने क्या समझते हैं।। #friendship_and_enemy