वक़्त मैं सफ़र में अकेला तो नहीं,मेरा हमसफ़र वक़्त है। कभी कभी नरम है, तो कभी कभी सख्त है। वक़्त ही उस्ताद है, तो वक़्त ही हर सबक है। गर जिंदगी आसान है, तो वक़्त का ही करम है। कल, कभी जो भी था, वो वक़्त का ही हाथ है। आज ,अभी जो भी हूं, वो वक़्त का ही साथ है। वक़्त ने जो भी दिया, उस से कोई ना ऐतराज़ है। वक़्त जो भी देगा, वो अभी तो बस एक राज़ है। गुज़रे वक़्त का शुक्रिया, तो आज के वक़्त को सलाम है। जब वक़्त ही औकात है, तो अगले वक़्त का इश्तकबाल है। #evening#वक्त Ritika suryavanshi