रात तो अब सो गई उस आधे चांद कि आड़ में, तारे भी कही खो गए है अपनों के ही ख्वाब में, बूंदे झिलमिल काफी बरसी उनकी मिठी याद लिए, आंसू भी उसके छलक रहे थे बस होठों पर मूस्कान लिए। आंखो में उसके ही सपने है,जह़न में सिर्फ उसका ही जज्बात है, हर लफ्जो़ं से अल्फा़जो तक , हर नब्जों से हर एक सांसों तक, आज भी उस कागज के आगाज से मेरी कलम कि नोख पर सिर्फ उसकी ही बात है। बेशक मैं बेखौफ नहीं उस दास्तां से बस उसकी कूछ खूशियों में मशगूल हूं, दर्द तो आज भी है उन जख्मों का बस तेरी मूस्कूराहट में मै उनसे दूर हूं। अब बस यूही इस चांद की आड़ में तेरी इन पल्कों कि छाव में , कूछ यूही तेरी यादों के लम्हें लिए तेरे ख्वाबों के गांव में बस कूछ और पल मूस्कूराना चाहता हूं यूही तेरी बातों के साए में। #nocturnalvibes #nightatyourdoorstep #hermemories #loversdiary #yqbaba