बारिश को देखकर तुझे कुछ याद आता होगा कैसे हम साथ में बारिश में भीगते थे बूंदों को अपने हाथ में पकड़ते थे जब वो फिसल कर दूर जाते तो हम कितना हसते थे जैसे पानी बादल को छोड़ कर जमीं पर आ जाते है शायद किसी और की तलाश में शायद जमीं की प्यास बुझाने को आसमां ही उसे भेजता होगा ये तू मुझे आसमां की ओर देख कर बोलता था आज सिर्फ तुम्हारी यादें है जब भी ये बारिश आती है यादों का सैलाब साथ में लाती है बीते कल का याद साथ में लाती है तुझे बारिश में भीगना अच्छा लगता था मुझे तेरे इश्क़ में भीगना अच्छा लगता था तुझे बारिश के साथ यूं मस्ती करते देखना अच्छा लगता था बारिश को देखकर तेरे चेहरे पर को मुस्कान आती थी उस मुस्कुराहट की मै दीवानी थी.. तुझे बारिश पसंद था और मुझे तू ...!! ©__saumya #बारिश, #बूंद, #यादें #nojoto_hindi