रब उसे ऐसी तन्हाई न दे, हम जी लेंगे तन्हा पर उसे तन्हाई न दे, इन निगाहों में बसी रहे उसकी सूरत, भले मेरी सूरत उसे दिखाई न दे. Rabba usse Aisi