New Year 2024-25 वो रूठ गई है इस कादर दिल को नहीं होता एक पल का भी सब्र केसे मनाए उनको दिल गुस्ताखी कर बैठा है उनकी चाहत में खुद को भूल बैठा है अंदर ही अंदर टूटा है... ©Maari Karnan sadr2024-25 Nîkîtã Guptā