चिराग सा मन मेरा रात चाँद चिराग, बन दमक रहा मन, कह रहा मुझसे, "कतरना ना इस निशा में, कुछ मैंने भी सीखा है, दिन की दहकती रोशनी से"।। #rztask518 #restzone #rzलेखकसमूह #night #poetry #rzpicprompt4429