सद्य स्नाता स्त्री के धुले केशों सा झर झर झरता बादल; मोती सी बूंदों की लड़ियों का घूंघट डाल कर प्रेयसी सी तपती, तकती धरती से कैसी मीठी लुका छुपी खेल रहा है! #मानसून_ बारिश #yqdidi#yqhindi #jayakikalamse #amazing_weather