वादा जो कर गए थे तुम उसको निभा पाए क्या ? ज़माने के बेरुखी से यूँ तो शिकायत बहुत थी तुम्हे पर उस बेरुखी की आग से तुम अपने आप बचा पाए क्या ? सच्चे प्यार की परिभाषाएं भी बहुत बताये थे तुमने पर किसी एक पर भी तुम अमल कर पाए क्या ? चलो छोड़ो बेशक लाख कमियां थी मुझमें पर कभी सफर में साथ छोड़ा हो तो बता दो भीड़ से डर लगता था ना तुम्हे तो कभी हाथ छोड़ा हो तो बता दो अकेला भी था तनहा भी था पर किसी और को सीने से सटाया हो तो बता दो जवान तो मैं भी हूँ, दिल तो मेरा भी करता है पर किसी और को होठो से लगाया हो तो बता दो -------- रंजेश सिंह तो बता दो #Lost #love #Shattered #dreams