तुम अगर साथ होते,तो कुछ और बात होती ना दिन कभी ढ़लता,ना ख़त्म रात होती ना ख़्वाब कोई अधूरा,हमें तंग करता ना दिल कभी भरता,ना ख़त्म बात होती आँखों में तेरा चेहरा,दिल में उम्मीद तेरी होती मैं अंजाम बनता,तुम शुरूआत होती कुछ सिलसिले शुरू होकर,फिर ख़त्म नहीं होते कभी मौसम बदलते,कभी बरसात होती तुम हवा में महकती,मैं ख़ुशबू तेरी होता तारों की चादर तले,अपनी मुलाकात होती तेरे संग फिर सफ़र की,कोई हद नहीं होती मैं गीत कोई लिखता,तुम अल्फाज़ होती... © abhishek trehan #ishq #saath #mulakat #umeed #dard #manawoawaratha #abhishektrehan #yqdidi