कभी घर की शान था मैं ड्रॉइंग रूम के कोने में करीने से पड़ा रहता था सबकी जरूरत था पर हर वक़्त सबके साथ रहने की जरूरत नहीं होती थी बस घर में ही रहता था ना किसी के दिल में ना दिमाग़ में ना ही किसी की जेब में एक ही खर्च में पूरे परिवार का ख्याल रख लेता था सच कहूँ तो जब तक मैं साथ था सब एक साथ थे मैं दूर क्या हुआ सब दूर हो गए मैं टेलीफोन हूँ कई रिश्तो को बाँध रखा था मैंने #टेलीफोन #yqdidi