सबब् बेरुखी का,कुछ ऐसा मिला मेरे अस्तित्व पर ही, सवाल खड़ा हो गया जो कहता सदा था ,हर किसी बात पर फिर क्यों खामोशिया,न जाने बतला गया वो कहता सदा था,मैं कह न सकूँगा ये बातें है जो ,दफ़न हो गयी खामोश ही तुम रहना, बतला न देना जुबाँ जो खुली,फिर बदनाम होंगे समझा रहा है समझ-समझ कर जो खड़ा सामने है तुम्हारी नज़र में... #NojotoQuote मैं और वो... कुछ कहना था शायद उसको।।