White भागवत जी ने सही कहा, सेवक को शोभता नहीं अंहकार ! और कहा मणिपुर पे ध्यान दिया जाय, ताकि थमे हाहाकार !! मणिपुर जल रहा अरसे से, पहले से ही अपेक्षित थे ये उद्गार ! उनके सिवा, देश में किसी और की सुनने से रही ये सरकार !! नीट की परीक्षा का मामला एन टी ए नहीं सुलझा पा रही ! सर्वोच्च के आंगन में आजकल हर बात पहुंचती जा रही !! चुनाव आयोग भी जन विश्वास अर्जित करने में असक्षम रहा ! इसीलिए आये दिन एक न एक मामला सर्वोच्च पहुंचता रहा !! राजनीति के मामले भी सर्वोच्च में अंबार लगाते ! जनहित के फैसले समय पर हो ही नहीं पाते !! जुए के विज्ञापनों पर सर्वोच्च ने लेना चाहिए स्वयं संज्ञान ! अफ़सोस काम के बोझ तले दबे होने से इसपे जाता ही न ध्यान !! देश की राजनीति कॉरपोरेट स्टाईल में चल रही ! नेता के अलावा प्रबंधकों की भी दखल बढ़ रही !! आईएएस के पदों पर भी सीधी भर्ती की जाने लगी ! चुने हुओं या मेरिट छोड़, चहीतों की फौज नज़र आने लगी !! नेता अधिकारी किसी मामले को सुलझाने की सोच ही नहीं रखते ! नेता राजनीति में और अधिकारी जनकोष ही हड़पने में लगे रहते !! मिलीभगत बगैर ये हरगिज़ संभव ही नहीं है ! अफसोस पत्रकारिता भी मिल बैठ बांट खा रही है !! संस्कारी युवा पढ़ना चाहे तो पढ़ने ही नहीं दिया जा रहा ! सरकारी नौकरियों में लाखों पद खाली रहने का समाचार आ रहा !! महंगी क्लासेस में बचत की भेंट चढ़ा, पढ़ लिख कोई नीट दे पाता ! अफ़सोस पेपर लीक राक्षस अरमान निगल जाने से बाज न आता !! - आवेश हिन्दुस्तानी 11.06.2024 ©Ashok Mangal #AaveshVaani #JanMannKiBaat