झूठे तेरे वादों पर ऐतबार किया हमने मालूम था नहीं आएंगे फिर भी इंजार किया हमने और गम तुम्हारे छोड़ जाने का नहीं है गलती की थी जो सच्चा प्यार किया हमने ©Bharat Singh जुदाई शायरी #fourlinepoetry