"दरिया और मैं..." अपने विचारों की कैदी मैं बीच दरिए में फंसी हूं समझ नहीं आता की इस पार जाऊं या फिर उस पार जाऊं इस दरिये में डूबने से डर तो बहुत लगता है लेकिन गहराई में जाने में मजा भी बहुत आता है ये दरिया बड़ा अजीब है जो डूबने में भी सुकून बहुत देता है और ये गहराई बड़ी अनोखी है जिसका मापक लगता है क्षितिज तक जाता है ये दरिया इश्क़ का है यारों उस खुदा से इश्क़ का डूबोगे तो आबाद होगे... और अगर तैरोगे तो पार न कर पाने से जरूर मारोगे.... "Dariya aur main..." Apne vicharon ki kaidi main Beech dariye main fansi hun Samjh ni aata ki iss paar jaun ya uss paar jaun Iss dariya main Dubne se darr to bhut lagta hai Lekin gahraai main jane main maja bhi bhut aata hai