अब तो शक सा होता है हर चेहरे पर, उस मुस्कुराते आंखों में, क्या छुपा है उसकी आंखों में। अब तो शक सा होता है हर चेहरे पर, हाथ थामे तो किसी का कैसे, वो हमेशा साथ होगा कैसे। अब तो शक सा होता है हर चेहरे पर, वह चेहरा तो इक मुकोटा सा है, मन उसका मैला सा है। अब तो शक सा होता है हर चेहरे पर, कभी कभी सोचता हूं, कही मेरा किरदार तूम जैसा तो नहीं अब तो खुद पर विश्वास नहीं। अब तो शक सा होता है हर चेहरे पर, कही खो न जाऊ इस स्वांग भरी दुनिया में, कुछ पल खुशीया है, तो कुछ पल दुखों का अंबार मे। अब तो शक सा होता है हर चेहरे पर। ✍️Roshan rdm #Language_of_tears #चेहरा #शक #लव #Love #onlinepoetry #Nojoto