छोड़ दे सारी दुनियां किसी के लिए ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए प्यार से भी जरूरी कई काम है प्यार ही सबकुछ नहीं जिंदगी के लिए चांद मिलता नही सबको संसार में है दिया ही बहुत रोशनी के लिए ©Vinod Kotiyal Devprayagi Philosophy of life #safarnama