इस दिल को समझना किसी को आता नही है,
मेरे भीतर कैसी उथल पुथल है, किसी को समझाऊं तो समझाऊं कैसे।
कभी तो खुश हो जाता है, दिल किसी की छोटी बात पर,
कभी लग जाती है चोट, किसी को बताऊं तो बताऊं कैसे ।।
मेरा हमदर्द लोग बताते हैं, खुद को इस कदर,
मगर दर्द में कितना हुँ, ये उनको समझना नही आता।
मर सा जाता हूँ कभी कभी, इस बनावटी दुनिया को देख कर, #Poetry#Heart#yourquote#n9jotohindi