दिल धड़कता है बार बार , इक सूई सी चुभती है दिल के आरपार , मैं दर्द को दिल में दबाये हूए हूँ , आँसूओं को पलकों में छिपाये हुए हूँ .. कहीं आँखों से आँसू ढल न जायें , ये दर्द कहीं दर्दे -दिल में बदल न जायें, मैं अपने दामन को दर्दे- दिल से, बचाये हुए हूँ .................... कहाँ तक बच सकेगा दिल, कहीं जाकर फँसेगा दिल... #बचसकेगादिल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi