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लौट कर जा रहा हूं इस शहर से अब इस शहर में खामोशि

लौट कर जा रहा हूं इस शहर से अब
  इस शहर में खामोशियों की सदा भला कौन सुनेगा
 जहां रातों के सियापे में सदाए बुलबुल ना मिले
 इस शहर मैं दर्द की इबारत भला कौन सुनेगा

©Aurangzeb Khan
  #drd#ki#ibarat

#drdki#Ibarat

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