Nojoto: Largest Storytelling Platform

इश्क़ में जनाब हम कत्लेआम हुए, मोहब्बत मिली नहीं मग

इश्क़ में जनाब हम कत्लेआम हुए,
मोहब्बत मिली नहीं मगर बदनाम हुए।

फ़ितरत में उनकी भरी थी बेवफ़ाई,
तभी तो ये हमारे हश्र-ए-अंजाम हुए। 🎀 Challenge-413 #collabwithकोराकाग़ज़

🎀 फ़ितरत एक उर्दू शब्द है जिसका अर्थ होता है प्रकृति, स्वभाव, आदत, उत्पत्ति, पैदाइश, धूर्तता, चालाकी, शरारत।

🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 

🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।
इश्क़ में जनाब हम कत्लेआम हुए,
मोहब्बत मिली नहीं मगर बदनाम हुए।

फ़ितरत में उनकी भरी थी बेवफ़ाई,
तभी तो ये हमारे हश्र-ए-अंजाम हुए। 🎀 Challenge-413 #collabwithकोराकाग़ज़

🎀 फ़ितरत एक उर्दू शब्द है जिसका अर्थ होता है प्रकृति, स्वभाव, आदत, उत्पत्ति, पैदाइश, धूर्तता, चालाकी, शरारत।

🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 

🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।