- एक कविता दोस्ती के नाम वफादारी का सच्चा परमान है तू ए मेरे यार मेरे दोस्त मेरी जान है तू रंग बदलती दुनियामे तू ही न रंग बदलता है तुजसे ही तो भोर भये तुजसे ही सूरज ढलता है ईश्वर से मिलनेवाला मूल्यवान वरदान है तू ए मेरे यार मेरे दोस्त मेरी जान है तू खूनका रिश्ता न सही किसी अपने से तू कम नही तोड़ शके जो यारी अपनी वो जमानेमें भी दम नही बेनमूम नायाब ईश्वर का निरमान है तू ए मेरे यार मेरे दोस्त मेरी जान है तू #friend #yaari #vafadari