महफिल में खड़े वो जाम पे जाम लगाये जा रहे थे, चर्चाओं में ही अफ़वाहें उड़ाये जा रहे थे, बिन खर्चे के ही हमें मोहब्बत में बदनाम किए जा रहे थे, जब नशा चढ़ते हि आप लोगों को, मुझे अपनी जान-ए-जिगर बता कर, मोहब्बत के नाम जाम पीये जा रहे थे...— % & #328thquote