घूंघट में चाँद घूँघट की जरूरत ही क्यो होती। अगर "ससुर" की जगह, "पिता" की होती।। घूँघट की जरूरत ही क्यो होती। अगर "जेठ" की जगह, बड़े "भैय्या" की होती।। sandhya sharma #Ghoonghat