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White धड़कनें हैं तीव्र लेकिन श्वास क्यों तिरती नह

White धड़कनें हैं तीव्र लेकिन श्वास क्यों तिरती नहीं 
इस  उमस  में  भी  हवाएं  वेदना  हरती  नहीं,
हो रहा आकुल हृदय भी तप्त अन्तस भाव से 
पीर की  बदली  घनी है  बूंँद पर  गिरती  नहीं।

©Shubhendra Jaiswal
  #शुभाक्षरी #मुक्तक #वेदना