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माँ-बाप अनमोल रतन धन हैं जन्नत है इनके कदमों में ज

 माँ-बाप अनमोल रतन धन हैं
जन्नत है इनके कदमों में
जो मांगो खुशी-खुशी मिलता सबको न हो संतानों के लिए इनका कुपित मन है
माँ-बाप अनमोल ________
अंधे हो गए हैं आज हम सबके नैना
आप भी हो बहरे हम भी बहरे हैं ना
न कदर करे कोई आज इनकी दर-बदर फेकें हर कोई इनको
न इज्जत,न रोटी,न दो पल का सुकून कोई देना चाहे इन्हें
 माँ-बाप अनमोल रतन धन हैं
जन्नत है इनके कदमों में
जो मांगो खुशी-खुशी मिलता सबको न हो संतानों के लिए इनका कुपित मन है
माँ-बाप अनमोल ________
अंधे हो गए हैं आज हम सबके नैना
आप भी हो बहरे हम भी बहरे हैं ना
न कदर करे कोई आज इनकी दर-बदर फेकें हर कोई इनको
न इज्जत,न रोटी,न दो पल का सुकून कोई देना चाहे इन्हें
nojotouser6867982115

ANIL KUMAR

New Creator

माँ-बाप अनमोल रतन धन हैं जन्नत है इनके कदमों में जो मांगो खुशी-खुशी मिलता सबको न हो संतानों के लिए इनका कुपित मन है माँ-बाप अनमोल ________ अंधे हो गए हैं आज हम सबके नैना आप भी हो बहरे हम भी बहरे हैं ना न कदर करे कोई आज इनकी दर-बदर फेकें हर कोई इनको न इज्जत,न रोटी,न दो पल का सुकून कोई देना चाहे इन्हें #Poetry #कविशाला #nojotokhabri #कुछपलदिलकेपास #कुछअनछुएपहलू #निश्छल #अनिल_कुमार #मां_बाप