Nojoto: Largest Storytelling Platform

*First crush* ये बात तब

                          *First crush*
ये बात तब की है जब मैं क्लास 9 मे थी क्लास मे बच्चे भी ज्यादा नहीं थे कुछ जो थे वो पढ़ने मे अच्छे थे तो अक्सर हम लड़कियों का ध्यान उन्ही होशियार बच्चों पर रहता था, उनमे से एक लड़का मुझे भी पसंद था पर कभी बात करने की हिम्मत नहीं हुई मेरे साथ की सहेलियों को भी इस बारे मे पता चल चुका था, 
एक दिन जब मैं स्कूल नहीं गयी थी तो मेरे लिए मेरी सहेलियों में से एक ने उस लड़के से कहा कि मैं उसे पसंद करती हूँ, वो लड़का कुछ हसां इस बात पर फिर कहा कि मुझसे कहे कि अपने लिए कोई और ढूंढ ले, अगले दिन जब मैं स्कूल गयी और मुझे सब पता चला मैं बहुत रोयी बहुत बुरा भी लगा, 
फिर उसके बाद मैंने उस लड़के के लिए अपने मन की हर भावना को भुला दिया और साइकिल स्टैंड पर जब कभी मुझे उसकी साइकिल दिखी मेरा गुस्सा उस लड़के की साइकिल के टायर्स की हवा निकाल कर निकला... 
एक वो दिन है और एक आज का दिन अब ये बातें याद आती हैं तो बचकानी सी हरकतें लगती हैं.....  #grandletters#yqhindi
                          *First crush*
ये बात तब की है जब मैं क्लास 9 मे थी क्लास मे बच्चे भी ज्यादा नहीं थे कुछ जो थे वो पढ़ने मे अच्छे थे तो अक्सर हम लड़कियों का ध्यान उन्ही होशियार बच्चों पर रहता था, उनमे से एक लड़का मुझे भी पसंद था पर कभी बात करने की हिम्मत नहीं हुई मेरे साथ की सहेलियों को भी इस बारे मे पता चल चुका था, 
एक दिन जब मैं स्कूल नहीं गयी थी तो मेरे लिए मेरी सहेलियों में से एक ने उस लड़के से कहा कि मैं उसे पसंद करती हूँ, वो लड़का कुछ हसां इस बात पर फिर कहा कि मुझसे कहे कि अपने लिए कोई और ढूंढ ले, अगले दिन जब मैं स्कूल गयी और मुझे सब पता चला मैं बहुत रोयी बहुत बुरा भी लगा, 
फिर उसके बाद मैंने उस लड़के के लिए अपने मन की हर भावना को भुला दिया और साइकिल स्टैंड पर जब कभी मुझे उसकी साइकिल दिखी मेरा गुस्सा उस लड़के की साइकिल के टायर्स की हवा निकाल कर निकला... 
एक वो दिन है और एक आज का दिन अब ये बातें याद आती हैं तो बचकानी सी हरकतें लगती हैं.....  #grandletters#yqhindi