ख़ूबसूरत तुम कहो तो आँख भर कर देख लूँ मैं झांक कर तेरे नयन की कोठरी में कुछ तो है जो खूबसूरत सा बहुत है आँख से टपका नहीं है, आँख में अटका बहुत है। तेरा आँसू मेरी पीर