अब तो मैं भी कॉफ़ी प्रेमी फिर मुझसे ये गैर कैसा ईश्क नहीं ,परवाह नहीं है तो फिर निगाहों में मुझे खोने का डर कैसा हां मैं आवारा पागल दीवाना तुम्हारा पर तुम्हे पाने के लिए इंतजार नहीं कर पाऊं तुम्हारे लबों की खुशी न बन पाऊं फिर ये बेपनाह मोहब्बत नाम कैसा । जज्बाती हूं बह जाता हूं पर तुम्हे नहीं सम्भाल पाऊं तो मर्द होने का अर्थ कैसा लाख मना के बावजूद खोया रहूंगा निगाहों में तेरे क्योंकि इसके बिना मेरा अस्तित्व कैसा । #मेरे_जज्बात008 #आवाराप्रेम #बेपनाहमोहब्बत #dedicatedtosomeone #काल्पनिक_आशिक़ #yqdidi #yqbaba #kunu