बदला बदला क्या लू और कैसे तुम्हें तो जहन में बसाया था तेरे उम्मीद के दामन में आज भी तेरे ही सपने सजाया था बस लौट आओ कभी मेरी राह में बस इसी पे जिंदगी के आसरा बसाया है! #बदला #है #तेरे#प्यार#का#सनम#तुझे#ही#अपना #बनाया######### प्रगति कुमारी#नालंदा#nojoto#यादें#