परियों की महफ़िल है , वो जन्नत सी आराईश है। अहसासों का है सागर , ख्यालों की भी ख्वाइश है। आशिक़ हम ग़ज़ब के है , शायरी तो मुखोटा है। क़यामत तो होगी ही , इशक की आजमाइश है। " विकास शर्मा " #आराइश-सजावट.... #nojotoशायरी #nojotoपोएट्री #nojotovikassharma#nojotogwalior.....!