अकेले रहना पड़े तो ज़िन्दगी मौत से भी बत्तर लगती है। तन्हा ज़िन्दगी तो काटी नहीं जाती पर लकड़ियों पे लाश अकेली ही जलाई जाती। ए ज़िन्दगी तुझसे क्या शिकायत करू तू तो सबका सब लेती सबका सब देती है। ए ज़िन्दगी भी बहुत रंग दिखाती है कभी हंसाती कभी रुलाती। और ना जाने कितने अपने लोगो को पीछे छोड़ जाती।। written by Reena Prajapati ✍️😔 #zindgiquotes#Tanha#Sad#MyPainअकेले रहना पड़े तो ज़िन्दगी मौत से भी बत्तर लगती है। तन्हा ज़िन्दगी तो काटी नहीं जाती पर लकड़ियों पे लाश अकेली ही जलाई जाती। ए ज़िन्दगी तुझसे क्या शिकायत करू तू तो सबका सब लेती सबका सब देती है। ए ज़िन्दगी भी बहुत रंग दिखाती है कभी हंसाती कभी रुलाती।