हर शाम एक इंतज़ार रहता है बादलों सा मुस्कुराता चेहरा जिनके पीछे आँसुओ का आसमान रहता है अक्सर किनारों पे बैठकर ये सोचता रहता हूँ ये दर्द जिनमे लिपटी है वो वो चादर मुझे दे दो ओढ़कर मुस्कुरा लूँ उम्र भर कहाँ प्यार रहता है ©Sarthak dev #thebestpoem