कहां चली आई हो यूँ बेधड़क ही मेरे हिस्से की खुशियां तो पहले से ही किसी और की है क्या मिलेगा तुम्हें इस खाली कमरे में इसमें तो खुशबू भी किसी और की है #ravindrakumar #love #beauty