अमावस की रात हमें सिखाती हैं कि तू घबराओ मत मन के अंदर जितना भी अंधकार भरा है उसको अपने मन से निकाल दो क्योंकि मैं तो एक रात के बाद में अपने आप ही मिट जाऊंगी क्योंकि जब सूर्य निकलेगा और वह प्रकाश मय रोशनी चीर कर मेरी सारी रात की कालिमाको मिटा देगी मेरा अहंकार रूपी अंधकार मिट जाएगा इसलिए तुम भी मनुष्य जीवन में जो के संघर्ष दुख तकलीफ दे और तनाव हमें डिप्रेशन के अंधकार में डूब जाते हैं और जीवन से हार कर मायूस होकर अपने जीवन को खत्म करने की कोशिश कर लेते हो या आत्महत्या कर लेते हो जब अमावस्या की रात जो इतनी काली हैं वह भी एक दिए गए रोशनी से उजाले में परिवर्तित हो जाती है फिर आशा का एक एक कर दीपक अगर सभी मिलकर जलाएं तो दिवाली बन जाती है इसीलिए हमें अमावस्याकी काली रात हमें जीवन में यह संदेश देती है की कभी भी मुसीबतों से घबराना नहीं चाहिए डरना नहीं चाहिए तुम आत्मविश्वास का दीया जला के आगे बढ़ो अंधेरा तो चुटकियों में मिटजाएगा और रास्ता तुम्हें अपने आप दिख जाएगा ©Chandrawati Murlidhar Sharma #अमावस्या की रात