जुर्म हमपे हुआ हम ही बातिल बनेंगे लुटे हम ही औऱ हम ही मुल्जिम बनेंगे हमारा ही सर है जमी पर पड़ा मगर आम इंसा कहा खास है हमे मुश्किलों में जरा ओर डालो तभी जाके हम ओर काबिल बनेंगे हुए कत्ल हम ही ओर रुसवा हुए भी मगर सारे हाकिम हमि को ही ढूंढे हुकूमत का अब ये जो इंसाफ है। देख लेना कल हम ही कातिल बनेंगे guru sultaan the politics world