जी चाहता है, आनन्द बन जाऊ, सबको गल्त नाम से बुलाऊ। सारी दुनिया दोस्त बन जाए मेरी । मै बिना पन्ख ,सन्ग उनके सारा गगन घुम आऊ। arvind bhanwra जी चाहता है।