तसव्वर में सुकून तराशा हिमाकत देखीए, जे़र ए दाम ए गम से लिपटी हिकायत देखीए, चुभन फूलों से मिली सामान ए फ़रागत देखीए, चहक रही जिंदगी फिरभी बारान ए रहमत देखीए, अपनों ने ख़लवत ए बसर ज़रा मशक्कत देखिए, खयालो ए मुंतज़िर थे हम खुदा इनायत देखिए, सिफर हो रही जिंदगी में थोड़ी फुर्सत दीजिए, झूठ झुका ना पाया सच की फितरत देखिए, ख़िज़र ए जहां से दूर रहना है अब तुम्हें ' रोज़ी ', इतनी चुप्पी ठीक नहीं ज़रा खुशी ए प्रवर्तक देखिए। इतनी चुप्पी ठीक नहीं... #चुप्पीठीकनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi