वो दिन आज भी याद है जब पहली बार तुम्हें देखा था सिर्फ तीन दिन की थी तुम और तुमने अपनी उंगलियों से मेरी उंगली को लपेटा था तुम्हारा हाथ थामा था उस रोज तो पता नहीं था मुझे की मैं तुम्हारे लिए क्या कर पाऊंगी आज भी पता नहीं है तुम्हारे लिए कुछ कर पाऊंगी भी या हार जाऊंगी मुझे आज भी वो लम्हा याद है जब तुमने मुस्कुराकर मेरी तरफ देखा था मुझे आज भी वो वक्त याद है जब तुमने पहली दफा कुछ कहा था तो वो शब्द और कुछ नही मेरा तुमसे जो रिश्ता था अच्छा हुआ की तुम्हें याद नही है पर मुझे वो सब अब भी याद है जो उन सालों में हम पर गुजरा था पहली दफा जब तुम मेरी गोदी में आई थी ना प्यार क्या होता है महसूस तब हुआ था मुझे पहली दफा जब तुम स्कूल जाने लगी थी ना जिम्मेदारी क्या होती तब जाना था मैंने पहली दफा जब तुमको डांट लगाया था मैने तब समझ आया था की प्रेम की हदें कितनी गहरी होती हैं तुम रोती हो न जब जरा भी तो चोट मुझे आज भी उतनी ही गहरी होती है तुम्हारी तकलीफ से मेरे सीने का दर्द बढ़ जाता है, तुम्हारे लिए कुछ नहीं कर पाती मैं तब मुझे सबसे ज्यादा हारा हुआ महसूस हो जाता हैं तुम ठीक कहती हो की मुझसे कुछ भी ठीक से कहां हो पाता है कोशिश तो पूरी करती हूं पर सब कुछ बिखर ही जाता है हारी नही हूं मैं बस थोड़ा थक गई हूं तुम इतना तो समझती को न की जब बात तुम्हारी हो तो मुझे टूट जाना मंजूर होता है पर हारना नही आता है Get well soon meri monu.... Can't see you in pain ever... But sometimes it feels that I am one of the reason for you being in pain... तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई उन्ही नही दिल को भाता कोई...❤️ #स्नेह_के_साथी #mywritingmywords #mywritingmythoughts #yqdidi #yqhindi #yqhindiwriters #merimonu #sisterhood